Product Name | Cart |
---|---|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
Category | : BACHELOR'S (HONOURS) DEGREE PROGRAMMES |
Sub Category | : स्नातक उपाधि संस्कृत (BASKH) (बी ए एस के एच ) |
Products Code | : 6.11-BASKH-ASSI |
HSN Code | : 490110 |
Language | : English, Hindi |
Author | : BMAP EDUSERVICES PVT LTD |
Publisher | : BMAP EDUSERVICES PVT LTD |
University | : IGNOU (Indira Gandhi National Open University) |
Pages | : 20-25 |
Weight | : 157gms |
Dimensions | : 21.0 x 29.7 cm (A4 Size Pages) |
BSOG 171 भारतीय समाज: छवियाँ और वास्तविकताएँ भारतीय समाज के विभिन्न पहलुओं को समझने और उनके वास्तविक रूप को जानने का एक प्रयास है। इस पाठ्यक्रम में भारतीय समाज की सांस्कृतिक विविधता, धार्मिक भिन्नताएँ, सामाजिक ढाँचा, और उसमें होने वाले सामाजिक बदलावों पर गहराई से चर्चा की जाती है। इसमें भारतीय समाज में सामाजिक समस्याओं जैसे जातिवाद, धार्मिक असहिष्णुता, लिंग भेदभाव और आर्थिक असमानताएँ के प्रभावों का विश्लेषण किया जाता है। इसके साथ ही, समाज सुधारकों द्वारा किए गए प्रयासों और उनके योगदानों की भी समीक्षा की जाती है।
भारत एक बहु-सांस्कृतिक, बहु-धार्मिक और बहु-जातीय समाज है। यहाँ पर हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई और अन्य धर्मों के लोग साथ रहते हैं। इसके अलावा, क्षेत्रीय विविधता, भाषाई भेदभाव, और जाति व्यवस्था भी समाज के विभिन्न पहलुओं को प्रभावित करती है। भारतीय समाज में परंपराएँ, संस्कार, और समाज का ढाँचा सामाजिक जीवन को आकार देते हैं।
भारतीय समाज में कई सामाजिक समस्याएँ हैं, जो समाज के विकास को प्रभावित करती हैं। इनमें से कुछ प्रमुख समस्याएँ निम्नलिखित हैं:
जातिवाद (Caste System): भारत में जातिवाद की जड़ें बहुत गहरी हैं और यह समाज में असमानता पैदा करता है। जातिवाद की वजह से सामाजिक और आर्थिक असमानताएँ पैदा होती हैं।
धार्मिक असहिष्णुता (Religious Intolerance): भारत में विभिन्न धर्मों के बीच कभी-कभी संघर्ष और भेदभाव देखने को मिलता है। धार्मिक असहिष्णुता समाज में तनाव पैदा करती है।
लिंग असमानता (Gender Inequality): भारतीय समाज में पुरुष और महिला के बीच असमानता अभी भी देखने को मिलती है। महिलाओं के लिए शिक्षा, रोजगार और अधिकारों के मामले में असमानता मौजूद है।
आर्थिक असमानता (Economic Inequality): भारत में धन की असमान वितरण और गरीबी भी एक गंभीर समस्या है। यह समाज के निम्न वर्ग के लोगों को अवसरों से वंचित करता है।
भारतीय समाज में सुधार की दिशा में कई महान समाज सुधारकों ने योगदान दिया है। ये समाज सुधारक सामाजिक असमानताओं के खिलाफ संघर्ष करते थे और समाज में सुधार की आवश्यकता पर जोर देते थे। कुछ प्रमुख समाज सुधारक और उनके योगदान इस प्रकार हैं:
स्वामी विवेकानंद: उन्होंने भारतीय समाज में धार्मिक असहिष्णुता और जातिवाद के खिलाफ आवाज उठाई। वे भारत में आध्यात्मिक जागरूकता और सामाजिक समता के लिए प्रसिद्ध थे।
बी. आर. आंबेडकर: उन्होंने जातिवाद और अछूतों के खिलाफ संघर्ष किया और भारतीय संविधान के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनका योगदान भारतीय समाज के सामाजिक न्याय के क्षेत्र में अनमोल है।
राजा राम मोहन रॉय: उन्होंने सती प्रथा और बाल विवाह जैसी कुप्रथाओं के खिलाफ आंदोलन चलाया और भारतीय समाज में नारी शिक्षा और धार्मिक सुधारों का समर्थन किया।
समाज में समय-समय पर बदलाव होते रहते हैं। इन बदलावों में आधुनिकता, शहरीकरण, सामाजिक आंदोलन, और राजनीतिक परिवर्तन शामिल हैं। आधुनिकता और शहरीकरण ने भारतीय समाज के पारंपरिक रूप को प्रभावित किया है। इसके साथ ही, सामाजिक आंदोलन जैसे नारी आंदोलन, दलित आंदोलन, और श्रमिक आंदोलन ने समाज में सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
यह असाइनमेंट समाधान IGNOU दिशानिर्देशों के अनुसार तैयार किया गया है। इसमें पाठ्यक्रम के प्रत्येक पहलू पर विस्तृत और सरल भाषा में जानकारी दी गई है, ताकि छात्र इसे आसानी से समझ सकें। समाधान में सामाजिक मुद्दों पर गहन विश्लेषण, समाज सुधारकों के योगदान, और समाज में हो रहे बदलावों पर चर्चा की गई है।
DISCLAIMER
The IGNOU solved assignments and guess papers provided on this platform are for reference purposes only and should not be used to engage in educational dishonesty. These materials serve as learning and study tools and are not intended for submission as original work. Users are responsible for using these materials ethically and in accordance with their educational institution's guidelines. We do not assume liability for any misuse or consequences resulting from the use of these materials. By accessing and utilizing these resources, users agree to this disclaimer.